हम महर्षि वाल्मीकि का चित्रकूट में, संत रविदास का बनारस में, निषादराज गुह्य का श्रृंग्वेरपुर एवं डॉ भीम राव अम्बेडकर की स्मृति में सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना करेंगे।
हम लखनऊ में महाराजा बिजली पासी किले को लाइट एवं साउंड शो जैसी सुविधाओं के माध्यम से एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे
हम बहराइच में महाराजा सुहेलदेव की स्मृति में भव्य स्मारक का निर्माण पूर्ण करेंगे।
हम महर्षि वाल्मीकि आश्रम एवं सीतामढ़ी स्थल का नवीनीकरण करके, इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे।
हम अयोध्या में श्री राम से संबंधित संस्कृति, शास्त्रों एवं धार्मिक तथ्यों पर शोध के लिए रामायण विश्वविद्यालय को स्थापित करेंगे।
हम कुंभ मेला 2019 के सफल आयोजन के बाद महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ करेंगे।
हम बुजुर्ग संतों, पुजारियों एवं पुरोहितों के समग्र कल्याण की योजनाओं का क्रियान्वयन करने के लिए एक विशेष बोर्ड बनाएंगे।
हम ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली (ITIS) लॉन्च करेंगे, जो मंदिरों का विवरण प्रदान करेगी और जिसमें उनके इतिहास एवं रूट मैप्स जैसी जानकारी शामिल होगी।
हम छात्रों के लिए मुफ्त ऑनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
हम मथुरा में सूरदास ब्रजभाषा अकादमी की स्थापना करेंगे, जो ब्रजभाषा साहित्य को पुनर्स्थापित करने में सहायक होगी।
हम गोस्वामी तुलसीदास अवधी अकादमी की स्थापना करेंगे, जो समृद्ध अवधी साहित्य को समर्पित होगी।
हम केशवदास बुंदेली अकादमी की स्थापना करेंगे, जो बुंदेली साहित्य को पुनर्स्थापित करने में सहायक होगी।
हम संत कबीर दास भोजपुरी अकादमी की स्थापना करेंगे, जिससे हम देश भर के लोगों को इस समृद्ध भाषा को सीखने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
हम ₹10,000 करोड़ के निवेश के साथ नोएडा में ग्रैंड फिल्म सिटी का निर्माण पूर्ण करेंगे।
हम प्रदेश में शूट होने वाली हिंदी, भोजपुरी, अवधी एवं ब्रज भाषा की फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए ₹2 करोड़ तक की नकद प्रोत्साहन राशि, बिजली सब्सिडी एवं टैक्स सब्सिडी प्रदान करेंगे।
हम लता मंगेशकर परफॉर्मिंग आर्ट्स अकादमी की स्थापना करेंगे, जिसके अंतर्गत प्रदेश के लोक नृत्य, संगीत एवं रंगमंच को लोकप्रिय बनाने एवं इनसे जुड़े कलाकारों को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।