अगले 5 वर्षों में हम सभी किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएंगे।
हम ₹5,000 करोड़ की लागत के साथ मुख्यमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू करेंगे, जिसके अंतर्गत सभी लघु एवं सीमांत किसानों के लिए बोरवेल, ट्यूबवेल, तालाब एवं टैंक निर्माण के लिए अनुदान प्रदान करेंगे।
हम ₹25,000 करोड़ की लागत के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल एग्री-इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन बनाकर प्रदेश भर में छँटाई एवं ग्रेडिंग यूनिट, कोल्ड चेन चेम्बर्स, गोदाम, प्रोसेसिंग सेंटर आदि का निर्माण करेंगे।
हम ₹1,000 करोड़ का भामाशाह भाव स्थिरता कोष बनाकर किसानों को आलू, टमाटर एवं प्याज जैसी सभी फसलों का न्यूनतम मूल्य सुनिश्चित करेंगे।
हम ₹5,000 करोड़ की लागत के साथ गन्ना मिल नवीनीकरण मिशन के अंतर्गत चीनी मिलों का नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण करेंगे। साथ ही, स्थानीय मांग के अनुसार प्रदेश में नई सहकारी चीनी मिलें स्थापित करेंगे।
हम अगले 5 वर्षों में सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं एवं धान की खरीद को और मजबूत करेंगे।
हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गन्ना किसानों को 14 दिनों के भीतर उनका भुगतान प्राप्त हो, और देरी से होने वाले भुगतान के लिए मिलों से ब्याज वसूल करके गन्ना किसानों को ब्याज समेत भुगतान किया जाएगा।
हम अगले 5 वर्षों में ₹1,000 करोड़ की लागत द्वारा प्रदेश को, नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत, दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाए रखेंगे। इसके लिए हम गाँवों में दुग्ध सहकारी समितियां गठित कर दुग्ध उत्पादकों को गाँव में ही उनके दूध के उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराएँगे।
हम प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप प्रदान करते रहेंगे। साथ ही, हम किसानों की आय बढ़ाने के लिए सौर ऊर्जा से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को बेचने की उचित व्यवस्था करेंगे।
हम 4,000 नए फसल-विशिष्ट एफ.पी.ओ. (FPO) स्थापित करके, प्रत्येक एफ.पी.ओ. को ₹18 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे।
हम मिशन प्राकृतिक खेती के अंतर्गत अगले 5 वर्षों में प्रत्येक ग्राम में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देंगे।
हम प्रदेश में 6 मेगा फूड पार्क विकसित करेंगे।
हम प्रदेश में निषादराज बोट सब्सिडी योजना शुरू करेंगे, जिसके अंतर्गत मछुआरों को ₹1 लाख तक की नाव 40% सब्सिडी पर उपलब्ध कराएंगे। हम मछली बीज उत्पादन यूनिट स्थापित करने के लिए 25% तक की सब्सिडी प्रदान करेंगे एवं 6 अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी स्थापित करेंगे।