नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः
श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि आत्मा को शस्त्र से काटा नहीं जा सकता और अग्नि इसे जला नहीं सकती। जल से इसे धोया नहीं जा सकता और वायु से इसे सुखाया नहीं जा सकता। यानि आत्मा शाश्वत है, जिसका न कोई आदि है और न ही कोई अंत। लेकिन यह शरीर नाशवान है, जो एक समय सीमा के साथ ही ईश्वर के द्वारा हमें दिया जाता है और जैसे ही इस धरती पर हमारे कर्मों की समय सीमा समाप्त हो जाती है, हम मृत्यु को धारण कर लेते हैं।
आज सकलड़ीहा विधानसभा में अपने कुछ स्वजनों की मृत्यु पर भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी अपने सामाजिक कर्तव्यों का वहन करते हुए विभिन्न शोक कार्यक्रमों का हिस्सा बने। वह विधानसभा सकलडीहा के ग्राम पंचायत बढ़वल खास में श्री अवध बिहारी सिंह जी, ग्राम पंचायत खगवल में श्री खुशीहाल गुप्ता जी और ग्राम पंचायत महादेवपुर में श्री मनोज मिश्रा जी के आवास पर पहुंचे और अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की।