भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पूर्वांचल के प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए सकलडीहा विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी सूर्यमुनी तिवारी को ही इस बार भी प्रत्याशी घोषित किया गया है। पार्टी द्वारा उन पर भरोसा दिखाना उनके अब तक के किए संघर्षों का परिणाम है। भाजपा ने किसी दिग्गज या बाहरी व्यक्ति को चुनाव में शामिल करने के स्थान पर जनसेवक सूर्यमुनी तिवारी में विश्वास दिखाया, जिससे उनके समर्थकों व बड़ी संख्या में जनता के बीच हर्ष व उत्साह का माहौल है।
गौरतलब है कि सूर्यमुनी तिवारी विगत पांच वर्षों से सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र में जनता के सुख-दु:ख को अपना मानकर चल रहे हैं और समाज विकास का भावी विज़न लेकर उनका संघर्ष जारी है। 2017 में सकलडीहा विधानसभा चुनावों में उतरकर सूर्यमुनि तिवारी ने क्षेत्र में भाजपा को मजबूती दी। भले ही कुछ वोटों से वह विजय रथ से चूक गए लेकिन उन्होंने क्षेत्र में पार्टी के वोट प्रतिशत को काफी अधिक बढ़ा दिया था। विगत विधानसभा चुनावों में जहां पार्टी को मात्र 5400 वोटों से संतोष करना पड़ा था, वहीं 2017 के चुनावों में बीजेपी को सकलडीहा से लगभग 67,000 वोट प्राप्त हुए। जनता के आशीष व स्नेह को अपनी सबसे बड़ी ताकत मानने वाले भावी विधायक प्रत्याशी सूर्यमुनि तिवारी का मानना है कि आने वाले चुनावों में सकलडीहा विधानसभा से जनता का अपार समर्थन हमें आगे बढ़ने की आस दिए हुए है। उनके सहयोगी कार्यकर्ताओं ने आमजन से विनम्र निवेदन किया है कि उन्हें भारी मतों से विजयी बनाकर 381 सकलडीहा विधानसभा को विकास के पथ पर अग्रसर करें।
बताते चलें कि वर्ष 1995 में अस्तित्व में आए सकलडीहा विधानसभा की सीट पर अब तक गैर भाजपा विधायकों का कब्जा रहा है। इसके पूर्व आजादी से 1995 तक यह धानापुर विधानसभा रहा और तब यहां ज्यादातर कांग्रेसियों का कब्जा रहा। इस बार यह सीट बेहद निर्णायक मानी जा रही है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी से पूर्व प्रत्याशी रहे सूर्यमुनी तिवारी ने बीते पाँच वर्षों से अपने अथक प्रयासों व ईमानदारी के साथ सकलडीहा विधानसभा की जनता की सेवा की है। किसान, गरीब, मजदूर व वंचित वर्ग की जनता की समस्याओं पर काम करने के साथ साथ क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत भावी विधायक सूर्यमुनि तिवारी लगातार सकलडीहा विधानसभा के बहुत से ग्रामों में घूमकर जनता की समस्याओं को समझते रहते हैं और साथ ही उनके निस्तारण के लिए भी संघर्षशील रहते हैं।
