चंदौली के जनसेवक सूर्यमुनि तिवारी जी ने बताया कि उत्तर प्रदेश आज विधानसभा पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय) क्षेत्र के ग्राम पंचायत पंडित का पूर्वा दरियापुर (रामनगर) में अपने सहयोगी श्री नंदराज पाण्डेय जी के शिक्षण संस्थान विद्या ज्योति पब्लिक स्कूल के शुभारंभ के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर अपनी शुभकामनाएं दीं.
बताते चले कि शिक्षा जीवन का अमूल्य धरोहर है जो जीवन में बदलाव लाकर जीवन को अनमोल बनाती है. शिक्षा, समाज एक पीढ़ी द्वारा अपने से निचली पीढ़ी को अपने ज्ञान के हस्तांतरण का प्रयास है. इस विचार से शिक्षा एक संस्था के रूप में काम करती है, जो व्यक्ति विशेष को समाज से जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है तथा समाज की संस्कृति की निरंतरता को बनाए रखती है. बच्चा शिक्षा द्वारा समाज के आधारभूत नियमों, व्यवस्थाओं, समाज के प्रतिमानों एवं मूल्यों को सीखता है. बच्चा समाज से तभी जुड़ पाता है जब वह उस समाज विशेष के इतिहास से अभिमुख होता है.
उल्लेखनीय है कि व्यापक अर्थ में शिक्षा किसी समाज में सदैव चलने वाली सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा मनुष्य की जन्मजात शक्तियों का विकास, उसके ज्ञान एवं कौशल में वृद्धि एवं व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है और इस प्रकार उसे सभ्य, सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक बनाया जाता है. मनुष्य क्षण-प्रतिक्षण नए-नए अनुभव प्राप्त करता है व करवाता है, जिससे उसका दिन-प्रतिदन का व्यवहार प्रभावित होता है. उसका यह सीखना-सिखाना विभिन्न समूहों, उत्सवों, पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो, टेलीविजन आदि से अनौपचारिक रूप से होता है. यही सीखना-सिखाना शिक्षा के व्यापक तथा विस्तृत रूप में आते हैं. संकुचित अर्थ में शिक्षा किसी समाज में एक निश्चित समय तथा निश्चित स्थानों (विद्यालय, महाविद्यालय) में सुनियोजित ढंग से चलने वाली एक सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा विद्यार्थी निश्चित पाठ्यक्रम को पढ़कर संबंधित परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना सीखता है.