“जब अपने चले जाते हैं तो दुःख होता है,
मगर सच यह भी है कि शरीर नश्वर है
हमें यही दुआ करनी चाहिए कि,
जो जीव-आत्मा आज हमारे बीच नहीं है
प्रभु उसे मोक्ष प्रदान करें”
चंदौली उत्तर प्रदेश के जनसेवक सूर्यमुनि तिवारी जी ने बताया कि आज विधानसभा पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय) के ग्राम नौगरहा में मेरे सहयोगी पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री शंभूनाथ गोंड जी ( जिलाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति मोर्चा भाजपा चंदौली) की भाभीजी का निधन अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है.
बताया जाता है कि जिसने जन्म लिया है, उसकी मृत्यु निश्चित है. जब हमारे किसी करीबी की मृत्यु हो जाती है तो हमें बहुत दुःख होता है और हमें उसके साथ बिताये पल याद आने लगते हैं. यह जरूरी नहीं की हमारे करीबी की ही मृत्यु हो तब ही दुःख का अहसास हो, वह कोई अन्य व्यक्ति भी हो सकता है, जिसने अछे कर्म किये हो.
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोक संतप्त परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दें.
ॐ शांति!