हाल ही में पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सकलडीहा के राजनेता सूर्यमुनि तिवारी उत्तर प्रदेश राज्य के मिर्जापुर जिले के सक्तेशगढ़ प्रखंड पहुंचे। जहां इस दौरान उन्होंने वहां पर स्थित परमहंस आश्रम में "यथार्थ गीता" के रचयिता स्वामी अड़गड़ानंद महाराज की प्रतिमा के दर्शन प्राप्त कर अपने जीवन में राजनैतिक सफलताओ के लिए आशीर्वाद भी माँगा।
गौरवान्वित बात है कि इस अवसर पर उन्होंने आश्रम में स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्प एवं माल्यार्पण करके उन्हें नमन किया। जिसके पश्चात वहां की कीर्तन मंडली के द्वारा सत्संग, प्रवचन एवं धार्मिक दोहे का पाठ आदि भी किया गया। इसके उपरांत उन्होंने उनके चित्र पर फ़ूल माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बताते चलें कि स्वामी श्री अड़गड़ानंद महाराज एक सिद्ध ऋषि महापुरुष थे। इसके साथ ही वे एक ऐसे महान संत थे जिन्हें अपने आविष्कारों को शब्दों में पिरोने का अवसर मिला। अपने जीवनकाल में मात्र 23 वर्ष की आयु में वे सत्य की खोज करने स्वामी परमहंस के पास आ गए थे। वे बिना किसी संदूषण के अपने जीवन में सत्यानुभवित मनुष्य रहे। वहीं उन्होंने समाज की भलाई और समाधान के कार्यों का निर्वाह एक समकालीन संत के रूप में कई कार्य किये। वहीं आश्रम में इस मौके पर सूर्यमुनि तिवारी के साथ भाजपा पार्टी के अन्य कार्यकर्ता एवं कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी उपस्थित होकर उनकी प्रतिमा को नमन किया।